Video - The Transformation of Emperor Ashoka
भारत में एक महान राजा थे जिनका नाम अशोक था। अशोक को पहले "चंड अशोक" कहा जाता था, क्योंकि वे बहुत ही क्रूर और युद्धप्रिय राजा थे। उन्होंने कई युद्ध लड़े सबसे बड़ा युद्ध कलिंग राज्य पर विजय प्राप्त करने के लिए लड़ा। यह युद्ध बहुत ही भयंकर था और इसमें लाखों लोग मारे गए थे। युद्ध के बाद, जब अशोक ने युद्धभूमि का दौरा किया, तो वहां की विनाशकारी स्थिति देखकर उनका हृदय परिवर्तन हो गया। मृतकों की संख्या और विधवाओं के क्रंदन ने उनके मन को गहरे तक प्रभावित किया।उस दिन अशोक ने संकल्प लिया कि वे अब कभी भी युद्ध नहीं करेंगे और अपने राज्य को अहिंसा, शांति और धर्म के मार्ग पर चलाएंगे। उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया और भगवान बुद्ध के उपदेशों को मानना शुरू किया।अशोक ने अपने साम्राज्य में अनेक स्तूप और विहार बनवाए। उन्होंने धर्मचक्र, अहिंसा, और सच्चाई के संदेश को फैलाने के लिए जगह-जगह शिलालेख खुदवाए। अशोक के शासनकाल में भारत ने अद्वितीय शांति और समृद्धि देखी। अशोक का जीवन इस बात का उदाहरण है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो, अहिंसा और धर्म के मार्ग पर चलकर दुनिया को बदल सकता है।