Video - Raghav: विजय की कहानी
एक छोटे से गाँव में राघव नाम का एक बालक रहता था। राघव का परिवार बहुत गरीब था, और उसके माता-पिता खेतों में मेहनत-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते थे। राघव भी अपने माता-पिता की मदद करता था, उसका सपना था कि वह पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बने और अपने परिवार की मदद कर सके। गाँव में एक प्राथमिक विद्यालय था, जहाँ राघव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए गाँव से बाहर जाना पड़ता था, जो राघव के परिवार के लिए संभव नहीं था। फिर भी, राघव ने हार नहीं मानी। उसने गाँव के एक बुजुर्ग शिक्षक से मदद मांगी। शिक्षक ने राघव की लगन और समर्पण देखकर उसे घर पर पढ़ाने का निर्णय लिया और उसे हर विषय में अच्छी तरह से मार्गदर्शन दिया। राघव की मेहनत और समर्पण रंग लाने लगे। उसने सभी परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। आगे की पढ़ाई के लिए वह शहर गया उसने हर कठिनाई का सामना किया और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित रखा। राघव ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली और एक प्रतिष्ठित इंजीनियर बन गया। उसने अपने गाँव में लौटकर न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारी, बल्कि गाँव के विकास में भी अपना योगदान दिया।