Video - Heroic Valor: अर्जुन की कहानी
अर्जुन नाम का एक युवा सिपाही रहता था। अपने दादाजी की वीरता की कहानियों से प्रेरित होकर, वह हमेशा देश की सेवा करने का सपना देखता था। एक दिन, उसे मोर्चे पर जाने का आदेश मिला। युद्ध के दौरान, उसकी टुकड़ी दुश्मन की गोलीबारी में फंस गई। हालात गंभीर थे, लेकिन अर्जुन को अपने दादाजी के शब्द याद आए: "सच्ची बहादुरी डर की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि उस पर विजय पाना है।" अपने साथियों की रक्षा करने के लिए, अर्जुन रेंगते हुए आगे बढ़ा और ऐसी स्थिति में पहुँच गया जहाँ से वह कवर फायर दे सकता था। उसकी बहादुरी ने उसके साथियों को प्रेरित किया, जिन्होंने उसमें नया साहस पाया। साथ मिलकर, उन्होंने दुश्मन को पीछे धकेल दिया और महत्वपूर्ण जीत हासिल की। जब युद्ध समाप्त हुआ, अर्जुन को एक नायक के रूप में सम्मानित किया गया, लेकिन उसने विनम्रता से कहा, "मैंने यह अपने भाइयों और अपनी भूमि के प्यार के लिए किया। बहादुरी संक्रामक होती है, और साथ मिलकर, हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।" अर्जुन की कहानी ने सभी को यह याद दिलाया कि सबसे अंधेरे समय में भी, एक व्यक्ति की बहादुरी दूसरों के लिए राह दिखा सकती है।