Video - गोपाल की चतुराई: एक आलसी की मजेदार कहानी!
एक समय की बात है, एक गाँव में गोपाल नाम का एक आदमी रहता था। वह अपनी चतुराई और हाज़िरजवाबी के लिए मशहूर था। एक दिन गाँव के मुखिया ने घोषणा की कि जो भी सबसे मजेदार कहानी सुनाएगा, उसे इनाम मिलेगा। सब लोग अपनी-अपनी कहानियाँ सुनाने लगे, पर गोपाल की बारी आते ही सबकी निगाहें उस पर टिक गईं। गोपाल ने कहा, "एक बार की बात है, हमारे गाँव में एक आदमी था जो इतना आलसी था कि..." मुखिया ने बीच में टोका, "गोपाल, ये मजेदार कहानी है या आलसी आदमी की?" गोपाल हँसते हुए बोला, "मुखिया जी, जरा धैर्य रखिए। तो वह आदमी इतना आलसी था कि एक दिन उसकी बीवी ने कहा, 'जाओ, जाकर कुएँ से पानी ले आओ।' उस आदमी ने बड़ी मुश्किल से उठकर कहा, 'ठीक है, लाता हूँ।' पर जब वह कुएँ के पास पहुँचा, तो उसने देखा कि वहाँ पर दो बाल्टियाँ पड़ी हैं। एक बाल्टी में पानी भरा हुआ था और दूसरी खाली थी।" मुखिया ने फिर से टोका, "तो गोपाल, उसने क्या किया?" गोपाल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "मुखिया जी, उसने खाली बाल्टी उठा ली और घर वापस आ गया।" मुखिया और सारे गाँववाले जोर से हँस पड़े। गोपाल की चतुराई और मजाकिया अंदाज ने उसे इनाम दिला दिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि चतुराई और हाज़िरजवाबी से हम किसी भी कठिनाई को आसानी से पार कर सकते हैं। अगर हम अपनी समस्याओं को हल्के-फुल्के तरीके से लें, तो हर मुश्किल आसान लगने लगती है। इसलिए, धैर्य रखें और अपनी चतुराई का इस्तेमाल करें, और जीवन की हर चुनौती को हँसी-खुशी पार कर लें। आज ही अपने जीवन में इस सीख को अपनाएं और देखें कि कैसे हर मुश्किल आसान हो जाती है।