Video - गोलगुम्बज: अद्वितीय ध्वनि गैलरी का रहस्यमयी अनुभव
क्या आप जानते हैं कि गोलगुम्बज, जो बीजापुर में स्थित है, एक अद्वितीय ध्वनि गैलरी है? यहाँ अगर आप एक छोर पर फुसफुसाते हैं, तो दूसरी छोर पर आसानी से सुनाई देता है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गुम्बद है, जो बिना किसी स्तंभ के खड़ा है। गोलगुम्बज का भवन 1656 में समाप्त हुआ था और इसे 30,000 मजदूरों ने मिलकर बनाया था। इसकी गैलरी में खड़े होकर तालियां बजाने से आठ बार प्रतिध्वनि सुनाई देती है। इसके अंदर की सीढ़ियाँ इतनी संकरी हैं कि एक समय में केवल एक व्यक्ति ही जा सकता है। गोलगुम्बज का निर्माण आदिल शाह द्वितीय के मकबरे के रूप में किया गया था। इसके चारों कोनों पर चार मीनारें हैं, जिनमें सीढ़ियाँ हैं। यह इमारत दक्कन भारत की वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। और सबसे दिलचस्प बात, यहाँ रात में आने पर आपको शायद कुछ अधिक रहस्यमय आवाजें सुनाई देंगी। तो, क्या आपने कभी गोलगुम्बज की इस अद्भुत ध्वनि गैलरी का अनुभव किया है? टिप्पणियों में बताएं!