Video - वर्कआउट मिथक: सच क्या है?
दोस्तों, क्या आप भी वर्कआउट करते समय इन मिथकों की चपेट में आ गए हैं? आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे मिथकों की, जिन्हें लोग अक्सर सच मान लेते हैं। पहला मिथक है कि अगर आप वर्कआउट करते हैं लेकिन त्वरित परिणाम नहीं दिखते, तो आप कुछ गलत कर रहे हैं। यह सच नहीं है; शरीर के बदलाव में समय लगता है। दूसरा मिथक है कि वजन उठाने से महिलाएं मर्दाना दिखने लगती हैं। सच तो यह है कि वजन उठाने से मसल्स टोन होते हैं और फिटनेस बढ़ती है। तीसरा मिथक है कि केवल कार्डियो ही वजन घटाने के लिए पर्याप्त है। जबकि सच यह है कि एक संतुलित वर्कआउट जिसमें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी शामिल हो, अधिक प्रभावी होता है। अगर आप इन मिथकों पर ध्यान नहीं देंगे, तो हो सकता है कि आपको मनचाहे परिणाम न मिलें और आप निराश हो जाएं। तो दोस्तों, इन मिथकों को छोड़ें और एक संतुलित वर्कआउट प्लान अपनाएं। अब समय है एक्शन लेने का! सब्सक्राइब करें और फिटनेस के रास्ते पर चलें।