Video - टिम्मी और जादुई फूल: परिवार का महत्व
छोटा भालू टिम्मी जंगल में घूमता घूमता बहुत खुश था। टिम्मी को खेलना बहुत पसंद था। एक दिन, टिम्मी ने एक चमकती हुई चीज देखी और उसे उठाने के लिए दौड़ा। वह एक जादुई फूल था! टिम्मी ने फूल को छुआ और अचानक से वह हवा में उड़ने लगा। टिम्मी को उड़ते हुए बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन जल्दी ही उसे समझ में आया कि वह अपने घर से बहुत दूर आ गया है। टिम्मी डर गया और ज़ोर से चिल्लाया, "माँ! पापा! मुझे बचाओ!" टिम्मी की माँ, मीना भालू, और उसके पापा, मोहन भालू, टिम्मी की आवाज़ सुनकर तुरंत उसकी तलाश में निकल पड़े। मीना भालू ने ध्यान से चारों ओर देखा और मोहन भालू ने अपनी तेज़ गंध से टिम्मी का पता लगाया। कुछ ही समय में, मीना भालू और मोहन भालू ने टिम्मी को ढूंढ लिया। टिम्मी ने अपनी माँ के गले लगकर कहा, "माँ, पापा, मैं बहुत डर गया था।" मीना भालू ने टिम्मी को प्यार से गले लगाते हुए कहा, "बेटा, हम हमेशा तुम्हारे साथ हैं। हमें कभी मत भूलना।" मोहन भालू ने भी टिम्मी को सहलाते हुए कहा, "तुम्हारे बिना हमारा जीवन अधूरा है, टिम्मी।" टिम्मी ने महसूस किया कि माँ और पापा की अहमियत क्या होती है। उसने वादा किया कि वह अब किसी भी अनजान चीज़ के पीछे नहीं जाएगा बिना अपने माँ-पापा को बताए। टिम्मी के चेहरे पर मुस्कान थी और उसने खुशी-खुशी अपने माँ-पापा के साथ घर की ओर कदम बढ़ाए। अब टिम्मी जानता था कि माँ और पापा की महत्वता क्या होती है और वह उनके बिना अधूरा है।