Video - शिव मंदिर का खौफ: अंजलि की रहस्यमयी रात
रात का सन्नाटा था, जब अंजलि और उसके दोस्त पुरानी शिव मंदिर के पास पहुँचे। मंदिर की दीवारों पर काले शैवाल थे, जो अंधेरे में चमक रहे थे। हवा में एक अजीब सी ठंडक थी, और हर कदम पर जमीन से एक धीमी सी चीख निकल रही थी। अंजलि ने जब मंदिर के दरवाज़े को धक्का दिया, तो वह धीरे-धीरे चरमराते हुए खुला। अंदर एक बुझी हुई दीया की रोशनी में एक प्राचीन मूर्ति दिखाई दी। मूर्ति की आँखें जैसे उन्हें घूर रही थीं, और उसके चेहरे पर एक भयावह मुस्कान थी। अचानक, मंदिर के अंदर एक ठंडा झोंका आया, जैसे किसी ने अंधेरे में से सांस ली हो। अंजलि ने मुड़कर देखा, लेकिन उसके दोस्त गायब हो चुके थे। उसकी धड़कन तेज हो गई, और उसे अपने पीछे किसी की छाया महसूस हुई। हिम्मत जुटाकर उसने पीछे मुड़कर देखा, तो वहाँ एक साया खड़ा था। उसकी आँखें ज्वाला सी चमक रही थीं, और उसकी हंसी से मंदिर की दीवारें कांपने लगीं। अंजलि ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसके पैर जैसे ज़मीन में जकड़ गए। साया उसकी ओर बढ़ रहा था, और उसके कानों में एक धीमी, भयानक आवाज़ गूंज रही थी, "तुम्हें यहाँ से कोई नहीं बचा सकता।" अंजलि की चीखें मंदिर की दीवारों में गूंजती रहीं, लेकिन बाहर कोई सुनने वाला नहीं था। रात फिर से सन्नाटे में डूब गई।