Video - दशहरा: वीरता, धैर्य और विश्वास की रामायण से सीखें
हर संस्कृति की अपनी पौराणिक कथाएं होती हैं, जिसमें बहादुर वीर पात्र, पौराणिक जीव, देवता, उस समय के लिए उन्नत तकनीक और अद्भुत स्थान शामिल होते हैं। भारतीय पौराणिक कथाओं में भी ऐसी ही असीम और प्राचीन कहानियों का खजाना है, जो उत्तेजक, मनोरंजक और नैतिक शिक्षा देने वाली होती हैं। आज दशहरा के मौके पर हम सही और गलत से परे जाकर दशहरा के सबक की बात करते हैं। दशहरा, भारत का एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। लेकिन जब हम रामायण को समग्र रूप में देखते हैं, तो इसका अर्थ और भी गहरा हो जाता है। रामायण की कहानी में, भगवान राम को अपने राज्य को छोड़कर अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ वनवास जाना पड़ा। वनवास के अंत में, रावण सीता का अपहरण कर लेता है। सभी कठिनाइयों का सामना करते हुए, राम रावण और उसकी विशाल सेना से न केवल लड़ते हैं बल्कि उसे हरा भी देते हैं। इस कहानी से हमें दोस्ती, ईमानदारी और प्रेम की सीख मिलती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह कि हमें दृढ़ संकल्प, धैर्य और विश्वास की शिक्षा मिलती है।