Video - रात की रहस्यमय आत्मा: सुमन की भयानक कहानी
रात का सन्नाटा था। घर के बुजुर्गों ने हमेशा चेतावनी दी थी कि रात के 12 बजे बाहर मत निकलना। लेकिन उत्सुकता ने सुमन को खींच लिया। घड़ी की सुइयाँ जैसे ही 12 पर पहुंचीं, दरवाजे पर एक धीमी खटखटाहट हुई। सुमन ने दरवाजा खोला तो एक ठंडी हवा का झोंका आया और उसके रोंगटे खड़े हो गए। अंधेरे में एक छाया सी दिखी। सुमन ने पूछा, "कौन है?" लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अचानक, छाया ने आकार लिया और एक बूढ़ी औरत में बदल गई। उसकी आंखें अंधेरे में चमकती हुई दिखाई दीं। "मुझे अंदर आने दो," उसने कर्कश आवाज़ में कहा। सुमन का दिल तेजी से धड़कने लगा। उसने दरवाजा बंद करना चाहा, लेकिन उसके हाथों ने मानो काम करना बंद कर दिया था। बूढ़ी औरत धीरे-धीरे अंदर आई और बोली, "तुमने मेरी चेतावनी नहीं मानी, अब इसकी सजा भुगतनी होगी।" सुमन पीछे हटने ही वाली थी कि बूढ़ी औरत ने उसकी कलाई पकड़ ली। एक ठंडक सुमन के शरीर में दौड़ गई। उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया और वह ज़मीन पर गिर पड़ी। अगली सुबह, सुमन की लाश घर के दरवाजे पर मिली। उसकी आंखें खुली थीं, और उनमें डर और पीड़ा का अक्स बसा हुआ था। गांव के लोग कहते हैं कि वह बूढ़ी औरत एक आत्मा थी, जो रात के 12 बजे अपने शिकार की तलाश में निकलती है।