Video - स्वर्ग और नरक का खेल: अर्जुन और विक्रम की दोस्ती
एक दिन स्वर्गपुत्र अर्जुन और नरकपुत्र विक्रम का आमना-सामना हुआ। अर्जुन की आँखें चमक रहीं थीं और विक्रम की आँखों में आग थी। अर्जुन ने कहा, "चलो, एक खेल खेलते हैं। जो जीतेगा, वही सबसे शक्तिशाली कहलाएगा।" विक्रम हँसते हुए बोला, "खेल? ठीक है, पर हारने वाला मान जाएगा कि हारकर भी जीतने वाला दोस्त है।" अर्जुन ने सहमति में सिर हिलाया और दोनों ने दौड़ शुरू की। वे पहाड़ों, नदियों और जंगलों को पार करते हुए आगे बढ़े। अर्जुन ने अपनी स्वर्गीय शक्तियों का इस्तेमाल किया और विक्रम ने अपनी नरकीय चालाकियों का। आखिर में, दोनों एक ही समय पर अंतिम रेखा पर पहुँचे। वे हाँफते हुए एक-दूसरे को देख रहे थे। अर्जुन मुस्कुराया और हाथ बढ़ाया, "तुम मेरे दोस्त हो, विक्रम।" विक्रम ने भी हाथ मिलाया और कहा, "और तुम मेरे।" दोनों ने मिलकर हँसते हुए आकाश की ओर देखा और दोस्ती का नया अध्याय शुरू किया।